क्या इस राखी के दिन
हम भाई अपनी बहना की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लेंगे ?
हाँ सुरक्षा !
सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक सुरक्षा
अगर हाँ ?
तो दें उसे तोहफ़ा इक वादे का
इज्ज़त, स्वमान, सामाजिक और आर्थिक आज़ादी, बराबरी का वादा
वादा यह भी कि
बराबरी हो अधिकारों कि
अवसर की
रोज़ी, रोटी, कपडा, संपत्ति की
चयन की
अमन की
घर में और घर के बाहर भी
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